जानिए बच्चों में फ्लू वैक्सीन (इन्फ्लुएंजा का टीका) क्यों है ज़रूरी - Child Specialist - Dr. Priyanka Jain

बच्चों में फ्लू वैक्सीन (इन्फ्लुएंजा का टीका) क्यों है ज़रूरी?

हर माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता अपने बच्चे का स्वास्थ्य होता है। बदलते मौसम के साथ खांसी-जुकाम और बुखार जैसी समस्याएं आम बात हैं, लेकिन कई बार यह साधारण सा लगने वाला फ्लू बच्चों के लिए गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। ऐसे में बचाव का सबसे कारगर और वैज्ञानिक तरीका है फ्लू वैक्सीन यानी इन्फ्लुएंजा का टीका। इस विषय पर गहन जानकारी देते हुए प्रसिद्ध चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन का कहना है कि “फ्लू वैक्सीन को केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि बच्चे के सालाना स्वास्थ्य चार्ट का एक अनिवार्य हिस्सा माना जाना चाहिए।”

फ्लू वैक्सीन क्या है और यह कैसे काम करती है?

फ्लू वैक्सीन एक ऐसा टीका है जो बच्चे के शरीर को इन्फ्लुएंजा वायरस से लड़ने की ताकत प्रदान करता है। यह वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडीज विकसित करने में मदद करती है, जो फ्लू वायरस के हमले की स्थिति में तेजी से काम करके गंभीर संक्रमण को रोकती है। इस बारे में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन स्पष्ट करती हैं कि “फ्लू वायरस की एक खासियत यह है कि इसके स्वरूप में हर साल बदलाव आता है। इसीलिए वैज्ञानिक हर वर्ष नए स्ट्रेन के अनुसार वैक्सीन तैयार करते हैं। यही कारण है कि यह टीका हर साल लगवाना जरूरी होता है, ताकि बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता हमेशा नए वायरस के खिलाफ तैयार रहे।”

बच्चों के लिए फ्लू वैक्सीन क्यों है अनिवार्य - Child Specalist Dr. Priyanaka Jain

बच्चों के लिए फ्लू वैक्सीन क्यों है अनिवार्य?

बच्चों का इम्यून सिस्टम विकास की प्रक्रिया में होता है, इसलिए वे संक्रमण की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। फ्लू सिर्फ एक साधारण बीमारी नहीं है; इसके कारण निमोनिया, डिहाइड्रेशन, कान के संक्रमण जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन के अनुसार, “फ्लू वैक्सीन का लाभ दोहरा है। यह न केवल टीका लगवाने वाले बच्चे को सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि परिवार के छोटे बच्चों, दादा-दादी और उन लोगों को भी सुरक्षित रखती है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। यह एक सामुदायिक सुरक्षा कवच का काम करती है।”

किस उम्र में और कब लगवाएं यह टीका?

विशेषज्ञों का मानना है कि छह महीने से बड़े सभी बच्चों को हर साल फ्लू का टीका लगवाना चाहिए। विशेष रूप से अस्थमा, डायबिटीज या किसी अन्य पुरानी बीमारी से ग्रस्त बच्चों के लिए तो यह टीका और भी जरूरी हो जाता है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन सलाह देती हैं कि “फ्लू का सीजन शुरू होने से पहले, यानी सितंबर-अक्टूबर तक यह टीका लगवा लेना सबसे उचित रहता है। हालांकि, सीजन के दौरान भी टीका लगवाया जा सकता है।”

टीके के बाद होने वाले सामान्य दुष्प्रभाव

अधिकांश बच्चों में फ्लू वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित साबित होती है। टीका लगने के स्थान पर हल्का दर्द, लालिमा, सूजन या कुछ बच्चों में हल्का बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इन घबराने की आवश्यकता नहीं है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन इस बात पर जोर देती हैं कि “ये लक्षण पूरी तरह से सामान्य और अस्थायी होते हैं। ये इस बात का संकेत हैं कि बच्चे का शरीर टीके के प्रति प्रतिक्रिया कर रहा है और एंटीबॉडीज बना रहा है। ये लक्षण आमतौर पर एक-दो दिन में अपने आप ठीक हो जाते हैं।”

क्या फ्लू वैक्सीन लगवाने के बाद भी बच्चे को फ्लू हो सकता है - Child Specalist Dr. Priyanaka Jain

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या फ्लू वैक्सीन लगवाने के बाद भी बच्चे को फ्लू हो सकता है?
हां, इसकी संभावना बहुत कम होती है, लेकिन शून्य नहीं होती। फ्लू वैक्सीन बच्चे को गंभीर रूप से बीमार होने से बचाती है। अगर टीका लगवाने के बाद भी संक्रमण होता है, तो बीमारी के लक्षण बहुत हल्के रहते हैं और जल्दी ठीक हो जाते हैं।

2. क्या फ्लू वैक्सीन से बच्चे को फ्लू हो सकता है?
बिल्कुल नहीं। फ्लू वैक्सीन में मरे हुए या कमजोर वायरस का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चे को फ्लू की बीमारी नहीं दे सकते। टीके के बाद दिखने वाले हल्के बुखार जैसे लक्षण शरीर की सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का हिस्सा हैं।

3. मेरा बच्चा स्वस्थ है, क्या उसे अभी भी फ्लू वैक्सीन की जरूरत है?
जी हां, बिल्कुल। एक स्वस्थ बच्चा भी फ्लू वायरस की चपेट में आ सकता है। टीका न केवल उसकी सुरक्षा करेगा, बल्कि उसके संपर्क में आने वाले कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को भी सुरक्षित रखेगा।

4. फ्लू वैक्सीन कोविड-19 वैक्सीन के साथ लगवाई जा सकती है?
हां, अब यह पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। बच्चे एक ही दिन में फ्लू और कोविड-19 दोनों वैक्सीन लगवा सकते हैं। इस बारे में अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें।

निष्कर्ष:

फ्लू वैक्सीन बच्चों के लिए एक सुरक्षा कवच के समान है। यह न सिर्फ उन्हें गंभीर बीमारी से बचाती है, बल्कि उनकी पढ़ाई और दैनिक गतिविधियों को निर्बाध रूप से जारी रखने में मदद करती है। अंत में, चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंका जैन का यही सुझाव है कि “अपने बच्चे के स्वास्थ्य की इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को नजरअंदाज न करें। यदि आपके बच्चे ने अभी तक इस साल का फ्लू टीका नहीं लगवाया है, तो आज ही किसी अच्छे बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनके स्वस्थ भविष्य की नींव रखें।”

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